आइएसओ 9001 : 2015
दिनांक –14 सितंबर - 2020
कॉफमो परिवार के मेरे प्रिय साथियों,
हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर आप सभी को मेरी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
सामाजिक एवं राष्ट्रीय जीवन के किसी भी क्षेत्र की प्रगति में भाषा की अहम भूमिका होती है। यह न केवल संवाद अपितु संस्कृति एवं संस्कारों की वाहिका भी है। वैचारिक आदान-प्रदान, व्यापार, व्यवहार का आधार भाषा ही है। भारतीय संविधान में हिंदी को देश की सामासिक संस्कृति के वाहक के रूप में स्वीकार किया गया है, जो इसके स्वरूप की व्यापकता का प्रमाण है। भारत जैसे बहुभाषी-बहुधर्मी देश की भावनात्मक एकता को सुदृढ़ करने में यह पूर्णतया समर्थ है। इस विशेषता के कारण ही संविधान निर्माताओं ने इसे केंद्र सरकार की राजभाषा का गौरवमयी स्थान प्रदान किया है। चूंकि, यह निर्णय 14 सितंबर,1949 को लिया गया था, इसलिए उस ऐतिहासिक दिन से हिंदी दिवस मनाने की परंपरा का आरंभ हुआ।
आज के दौर में किसी भी भाषा की प्रगति एवं प्रयोग-प्रसार तभी संभव है, जब वह सूचना प्रौद्योगिकी के साथ जुड़ी हो। हमारे ग्राहकों को कॉफमो से संबंधित महत्वपूर्ण सूचना उपलब्ध करवाने में वेबसाइट की उल्लेखनीय भूमिका है। अतः, हमारा प्रयास होना चाहिए कि बेवसाइट पर सूचनाएं हिंदी में भी उपलब्ध हों।
हिंदी की स्वीकार्यता को और बढ़ाने हेतु हमें इसके सरल और सहज प्रयोग को अपनाना चाहिए। यदि अधिकारी स्वयं हिंदी में काम करेंगे, तो निश्चित तौर पर अधीनस्थ अधिकारी/कर्मचारी भी प्रेरित होकर स्वतः हिंदी में कार्य करेंगे।
आइए, हिंदी दिवस के इस शुभ अवसर पर यह संकल्प लें कि हम सभी, अधिकाधिक कार्य पूरे, उत्साह, लगन एवं गर्व के साथ राजभाषा हिंदी में करेंगे।
जय हिंदं !
(अरूण कुमार शमा)